मध्य प्रदेश में बुधवार को इंदौर और उज्जैन में भी कोरोनावायरस के संक्रमित मरीज मिले। इसके बाद उज्जैन में कर्फ्यू लगा दिया गया। इंदौर को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है। यहां अभी लॉकडाउन है। इससे पहले जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर और शिवपुरी में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगाया है। बुधवार को सुबह से दूध और राशन खरीदने के लिए लोग सड़कों पर निकले। 9 बजे के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई और सभी को घर भेजा। मध्य प्रदेश में अब तक 14 कोरोना संक्रमित मिले हैं।
सतना जिले का मैहर शक्तिपीठ बुधवार सुबह चैत्र नवरात्रि के पहले दिन भक्तों से सूना रहा। आम दिनों में यहां हजारों लोग पहुंचते हैं। कलेक्टर ने मंदिर को पहले ही 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए थे। अब 21 दिन का लॉकडाउन होने के बाद आगे भी मंदिर के पट बंद रहेंगे। इधर, भोपाल में मिली कोरोना पॉजिटव युवती के संपर्क में भिंड का एक युवक 2 दिन तक रहा। इसके बाद वह भिंड लौट आया। यहां वह घर से बाहर नहीं निकल रहा था। उसने यह बात अपने दोस्तों को बताई। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया और अस्पताल में भर्ती कराया है। सागर में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसमें व्यक्ति की मौत पर अंतिम यात्रा में लोग सैनिटाइजर लेकर जा रहे हैं। अंतिम यात्रा में लोग शामिल नहीं हुए, केवल परिजन ही अर्थी लेकर श्मशान घाट पहुंचे।
मंगलवार शाम पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन किए जाने की घोषणा के बाद प्रदेशभर में लोग दुकान और पेट्रोलपंप पर पहुंच गए। बुधवार को भी सुबह से राशन की दुकानों में लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि आगामी 21 दिन प्रदेश सरकार आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। रोजमर्रा की चीजें आपको उपलब्ध कराई जाएंगी, इसकी चिंता ना करें। कलेक्टर्स को आदेश दिए गए हैं।
होशंगाबाद में कर्फ्यू जैसे हालात
होशंगाबाद में मुंबई से आई कोरोना की संदिग्ध मरीज को जांच के लिए रेफर किया गया है। परिजन ने बताया कि युवती आज ही यहां बनखेड़ी लौटी है। जिले में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। चैत्र नवरात्रि होने के बावजूद मंदिर सूने हैं। लोगों ने घर में ही रहकर पूजा-पाठ किया। शहर के नर्मदा घाटों पर भी लोग नहीं पहुंचे।
